देश की आवाज़ पर

0
138

-रवि श्रीवास्तव-

poem

देश की आवाज़ पर, मर मिटेंगे साथ हम,

न किसी का डर हमें, न किसी का है गम़।

वीरों के बलिदान को, व्यर्थ न जाने देंगे हम,

शान है तिरंगा अपना, शान से फहराएंगे।

देख के शक्ति को, दुश्मन थरराएंगे।

वादा है हमारा ये, भारत माता से तो आज,

प्राण निकल जाए भले, जाने न देंगे तेरी लाज।

मां के प्रिय लाडलों को, करते हैं शत्-शत् नमन,

देश की आवाज़ पर, मर मिटेंगे साथ हम।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here