पत्रकार तपेश जैन की पुस्तक पर समीक्षा गोष्ठी
रायपुर। छत्तीसगढिय़ा कौन ? कई बार यह सवाल किया जाता हैं। छत्तीसगढ़ राज्य के स्वप्नद्दष्टा स्व. खूबचंद बघेल ने इसे स्पष्ट किया है कि जो छत्तीसगढ़ के विकास से गौरवान्वित हो वही छत्तीसगढिय़ा है। यह उद्दगार कृष्टि एवं बीज विकास निगम के अध्यक्ष श्याम बैस ने पत्रकार एवं फ़िल्मकार तपेश जैन की हाल में प्रकाशित पुस्तक ‘छत्तीसगढ़ कल और आज’ की समीक्षा गोष्ठी में व्यक्त किए। रायपुर नगर निगम की महापौर श्रीमती किरणमयी नायक ने भी छत्तीसगढ़ राज्य आंदोलन पर चर्चा करते हुए संघर्ष करने वाले लोगों के योगदान को रेखांकित किया। श्रीमती नायक ने कृति प्रकाशन पर बधाई देते हुए उत्तरोत्तर प्रगति की कामना की । श्री तपेश जैन की यह पुस्तक छत्तीसगढ़ राज्य गठन के दस साल साल पूरे होने पर जनवाणी प्रकाशन, दिल्ली ने प्रकाशित की है। पुस्तक की भूमिका माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय, भोपाल के जनसंचार विभाग के अध्यक्ष संजय द्विवेदी ने लिखी है।
बाल कल्याण परिषद के सभागार में आयोजित कार्यक्रम में अलग-अलग क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले लोगों को अभिनंदन पत्र, शाल, श्रीफल, प्रदान कर सम्मानित भी किया गया। समाज सेवा के लिए भारतीय जैन संघटना के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जी.सी. जैन, मारवाड़ी युवा मंच के अशोक अग्रवाल, साहित्य के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए डॉ. जे.आर.सोनी, पत्रकारिता के लिए राम अवतार तिवारी, प्रकाशन के लिए श्याम प्रकाशन जयपुर के संचालक ओमप्रकाश अग्रवाल को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में उरला इण्डस्ट्रीज एसोसिएशन के अध्यक्ष जी. के. अग्रवाल, शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष इंदरचंद धाड़ीवाल सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।
छत्तीसगढ़ कल और आज की समीक्षा करते हुए सृजनगाथा डाट काम के संपादक जयप्रकाश मानस ने इसे राज्य की संदर्भ पुस्तक बताते हुए रेखांकित किया कि इस दौर में सकारात्मक लेखन कम हो रहा है अत: इस दृष्टिकोण से भी यह कृति महत्वपूर्ण है। ललित मिश्रा ने छत्तीसगढ़ राज्य आंदोलन के संक्षिप्त इतिहास को विस्तृत रूप से लिखे जाने की आवश्य·ता प्रतिपादित की। तपेश जैन ने बीते दस साल के विकास का उल्लेख करते हुए कहा कि आने वाले दस वर्षों में विकसित छत्तीसगढ़ का सपना पूरा हो जायेगा।कार्यक्रम का संचालन अनुराग मिश्रा ने किया, अतिथियों का स्वागत दीपक तिवारी, अमित श्रीवास्तव, सुरेश ठाकुर, रामशरण टंडन, हरीश नायक, सबीना खान, श्रीमती शकुन्तला तरार, श्रीमती अरूणा चौहान आदि ने किया।