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सोच - प्रवक्‍ता.कॉम - Pravakta.Com
कल मैं सो न सका सारी रात यही सोचते-सोचते, कि शायद तुम भी सो न सकी सारी रात मुझको सोचते-सोचते । तुम कहती थीं न सोचूँ मैं तुमको इतना पर तुम कयूँ सोचती हो मुझको इतना कि अपने हर ख़याल पर मानो मुहर लगा देती हो मेरी । …