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हज़ार बहानो से बेरुख़ी अच्छी - प्रवक्‍ता.कॉम - Pravakta.Com
हज़ार बहानो से बेरुख़ी अच्छी - हज़ार कोशिशों से बेबसी अच्छी ! आबरू पर आंच आने लगे तो - हज़ार जवाबों से खामुशी अच्छी ! रौशनी ग़र आँख में चुभने लगे - उजालों से फिर तीरगी अच्छी ! ताजमहल देख कर गुमां होता है - है प्यार की मिसाल कितनी…