राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की एक दिन पहले हुई महारैली से संप्रग में खलबली मची हुई है। रैली से घबड़ाए सहयोगी दलों को हौसला देते हुए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने चुनाव परिणाम आने के बाद राजग के बिखर जाने की ‘भविष्यवाणी’ की।उन्होंने कहा है कि सरकार बनाने के लिए गठबंधन की संभावनाओं का पता तो मतगणना के बाद ही चलेगा, क्योंकि यह पार्टियों द्वारा हासिल सीटों पर निर्भर करेगा।
पंद्रहवीं लोकसभा चुनाव के पांचवे व अंतिम चरण के प्रचार अभियान के अंतिम दिन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने पत्रकारों से बातचीत में कहा, “यह कहना गलत होगा कि राजग में विभाजन नहीं है। उड़ीसा के बीजू जनता दल और आंध्र प्रदेश की तेलुगू देशम पार्टी अब उसके साथ नहीं हैं। बिखराव वहां है।चुनावों के बाद और अधिक होगा।”
उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की धर्मनिरपेक्षता पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा कांग्रेस खराब से खराब स्थिति में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरेगी।
लुधियाना में ही रविवार को एक रैली में राजग ने अपनी एकजुटता का परिचय दिया था जिसमें जनता दल (युनाइटेड) के नेता नीतीश कुमार और नरेंद्र मोदी एक ही मंच पर मौजूद थे।
इससे पहले अमृतसर में प्रधानमंत्री ने कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी के साथ एक चुनावी रैली में कहा कि पंजाब में सत्तारुढ़ अकाली दल और भारतीय जनता पार्टी ने किसानों के लिए कुछ नहीं किया।
प्रधानमंत्री ने तीसरे मोर्चा को अस्थिर करार देते हुए कहा कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) के दोबारा सत्ता में आने के बारे में उन्हें कोई संदेह नहीं है।
सिख विरोधी दंगे के बारे में सिंह कहा कि कुछ लोग इस मुद्दे कोअपनी दुकान चलाने के लिए जीवित रखना चाहते हैं। यह न तो देश के हित में है और न ही सिख समुदाय के।
वामदलों से समर्थन की अपील करने के बारे में उन्होंने कहा, “मेरा हमेशा से मानना है कि सभी धर्मनिरपेक्ष ताकतों को साथ आकर देश को एक धर्मनिरपेक्ष सरकार देनी चाहिए।”
उन्होंने कहा कि भारत-अमेरिका परमाणु समझौते के जिस मुद्दे पर वामदलों ने समर्थन वापस लिया था, उस पर हस्ताक्षर हो चुके हैं और वह मुद्दा खत्म हो गया है। अमृतसर में भाजपा उम्मीदवार और क्रिकेटर से राजनेता बने नवजोत सिंह सिद्धू के खिलाफ खड़े कांग्रेस प्रत्याशी ओम प्रकाश सोनी के प्रचार में आए प्रधानमंत्री और राहुल गांधी ने कहा कि संप्रग सरकार ने अपने पांच वर्षो के कार्यकाल में किसानों के हित को अपना प्रमुख लक्ष्य बनाए रखा।
प्रधानमंत्री ने भाजपा और अकाली दल पर निशाना साधते हुए कहा, “भाजपा और अकालियों ने किसानों के लिए कुछ नहीं किया। वे रोज विभिन्न चीजों का दावा करते हुए झूठे विज्ञापन दे रहे हैं। हमने देश की सेवा करने की कोशिश की है। हमने किसानों और देश के गरीबों के लिए कई काम किए हैं।”