उत्तर प्रदेश सरकार ने घोषणा की है कि पीलीभीत से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार वरुण गांधी पर राष्ट्रीय सुरक्षा क़ानून (रासुका ) लगाया जा रहा है। वे मेनका गांधी के पुत्र हैं।
इससे पहले स्थानीय प्रशासन ने शनिवार की घटना के बाद वरुण गाँधी और उनके समर्थकों के ख़िलाफ़ एक और आपराधिक मामला दर्ज कराया है। इनपर हंगामा करने, हत्या का प्रयास, सार्वजनिक संपत्ति को क्षति पहुँचाने के साथ धारा 144 और जनप्रतिनिधित्व क़ानून के उल्लंघन का मामला दर्ज कराया गया है।
उधर, शनिवार के घटनाक्रम के बाद पीलीभीत में रविवार को स्थिति सामान्य रही। लेकिन सड़कों पर बड़ी संख्या में पुलिसबल तैनात हैं।
यहां प्रशासन और वरुण गांधी के समर्थकों में हुई झड़पों में करीब 50 लोग घायल हो गए थे। इस घटना पर सभी पार्टी फूंक-फूंककर कदम रख रही है।
वरुण गांधी ने शनिवार को जेल जाने से पहले मीडिया से बातचीत कहा कि उनके जेल जाने से यदि लोगों में सिद्धांतों के लिए लड़ने की हिम्मत पैदा होती है तो वे समाज व देश हित में जेल जाने के लिए तैयार हैं । उन्होंने इस घटना को साजिश करार दिया है।
गौरतलब है कि राज्य में चुनाव प्रचार के दौरान छह मार्च को एक संप्रदाय के लोगों के ख़िलाफ़ कथित रूप से भड़काऊ भाषण देने के मामले में चुनाव आयोग के निर्देश पर पीलीभीत के ज़िलाधिकारी ने वरुण गाँधी के ख़िलाफ़ प्राथमिकी दर्ज करवाई थी।