गुलमोहर के पेड़ अनोखे
सुन्दर लाल सुनहरी
फूलों से आग लगायें।
घने पेड़ लगे हों जहाँ
उस आग से,
मन शीतल होजायें।
पीले अमलतास के फूल
वृक्षों पर लहराये
शोभा हर वन उपवन की
मनभाये इतरायें
पलाश के जंगल
ही जंगल लाल सुनहरे
पीले से भी
फूल बड़े कुछ छोटे से भी
झुंडो मे मुस्कायें
ये हैं प्यारे फूल अनोखे
बिना देख भाल के पनपे
ना कुछ मांगे हमसे तुमसे
सुन्दरता बरसायें।