अकेला चना भी भाड़ फोड़ सकता है .... - प्रवक्ता.कॉम - Pravakta.Com
(गुजरात की स्वर्ण जयंती पर विशेष) -वीरेन्द्र सिंह परिहार बहुत पुरानी कहावत है कि ''अकेला चना भाड़ नही फोड़ सकता।'' कहने का आशय यह कि एक नेता या शासक चाहे वह कितना भी शक्तिशाली और सक्षम क्यो न हो, अकेले कोई बुनियादी परिवर्तन नही कर सकते, जब तक कि जनता…