pravakta.com
पर्यावरण की हमारी प्राचीन समझ - प्रवक्‍ता.कॉम - Pravakta.Com
मेंढक तो टर्र-टर्र टर्राते हैं मैं तो बिल्कुल चकरा गया। मैं अंग्रजी की शिक्षापद्धति में पढ़ा-लिखा आधुनिक व्यक्ति हूं। उल्टी-सीधी बातें मैं नहीं मानता। मैं तर्क करता हूं। मैं जानता हूं कि बरसात में बदसूरत मेढक बेसुरी आवाज़ में टर्र-टर्र टर्राते हैं। मैं इन्हें देवता कैसे मान लूं? ऋग्वेद के…