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प्रथम स्‍वतंत्र्य समर की 162वीं वर्षगांठ (10 मई)पर विशेष - प्रवक्‍ता.कॉम - Pravakta.Com
हरियाणा के जर्र जर्रे ने लिखी है यह बलिदान गाथादिनेश कुमार आज देश 1857 के महासमर की 162वीं वर्षगांठ मना रहा है। पराधीनता की बेड़ियों में जकड़े भारत का यह पहला सामूहिक और योजनाबद्ध प्रयास था, जब उसने अंग्रेज की सत्‍ता को खुली चुनौती दी। आजादी की इस पहली लड़ाई…