मोदी है तो सब मुमकिन है |

4
245

मोदी जी जो कहते है |
वे हमेशा करते भी है ||
अब तो साबित हो गया |
वे 56 इंच का सीना रखते है ||

वैसे तो पहले भारत छेड़ता नहीं |
छेड़ता है तो फिर वह छोड़ता नहीं ||
सुन ले पाक ! कान खोल कर |
वख्त हमारा होगा,इलाका तेरा होगा ||

मोदी है तो सब मुमकिन है |
नामुमकिन को मुमकिन कर ||
असलियत में कर दिखाया है |
उसने भारत का मान बढाया है ||

पुलवामा अटैक के 12 दिन बाद |
12 मिराज फाईटरो ने किया है ||
पाक में 12 आंतकी अड्डो को |
21 मिनिट में किया सफाया है ||

मोदी ने अपना स्वच्छ मिशन |
एल ओ सी के पार भी चलाया है ||
इसलिए इस मिशन के अंतर्गत |
आंतकवादियों को किया सफाया है ||

पहले कुंभ स्नान किया |
शहीदों को नमन किया ||
फिर आंतकवादियो के अड्डो को |
1000 किलो बारूद से दमन किया ||

घर में जब मातम होता है |
12 दिन तक ख़ुशी नहीं मनाते है ||
13 वे दिन दुश्मनों को मारकर |
शहीदों की तेरहवी मनाते है ||

सिसोदिया ने केजरी से कहा |
अबकी बार सबूत न मांग लेना ||
वर्ना तेरा तीतर मेरा बटेर |
मोदी ने अवश्य बना देना है ||

1000 किलो की तोल के सबूत का |
धर्म कांटे की पर्ची मत मांग लेना ||
वर्ना धर्म संकट में आ जायेगा |
तुझे दिल्ली से बहार कर दिया जायेगा ||

पाकिस्तान के लिये नई खुशखबरी |
मरने के लिये भारत न आना पड़ेगा ||
उस ने होम डिलीवरी चालू कर दी है |
तेरा मौत का समान तेरे घर पहुचा देगा ||

हम हिन्दुस्तानी 12 दिन शोक रखते है |
13 वे दिन अपने काम पर लग जाते है ||
अबकी बार भी वही हमने किया है |
13 वे दिन दुश्मन का सफाया किया है ||

आर के रस्तोगी

Previous articleएक सार्थक पहल और सख्त सन्देश
Next articleएयर स्ट्राईक : हर भारतीय की भावना का सम्मान
आर के रस्तोगी
जन्म हिंडन नदी के किनारे बसे ग्राम सुराना जो कि गाज़ियाबाद जिले में है एक वैश्य परिवार में हुआ | इनकी शुरू की शिक्षा तीसरी कक्षा तक गोंव में हुई | बाद में डैकेती पड़ने के कारण इनका सारा परिवार मेरठ में आ गया वही पर इनकी शिक्षा पूरी हुई |प्रारम्भ से ही श्री रस्तोगी जी पढने लिखने में काफी होशियार ओर होनहार छात्र रहे और काव्य रचना करते रहे |आप डबल पोस्ट ग्रेजुएट (अर्थशास्त्र व कामर्स) में है तथा सी ए आई आई बी भी है जो बैंकिंग क्षेत्र में सबसे उच्चतम डिग्री है | हिंदी में विशेष रूचि रखते है ओर पिछले तीस वर्षो से लिख रहे है | ये व्यंगात्मक शैली में देश की परीस्थितियो पर कभी भी लिखने से नहीं चूकते | ये लन्दन भी रहे और वहाँ पर भी बैंको से सम्बंधित लेख लिखते रहे थे| आप भारतीय स्टेट बैंक से मुख्य प्रबन्धक पद से रिटायर हुए है | बैंक में भी हाउस मैगजीन के सम्पादक रहे और बैंक की बुक ऑफ़ इंस्ट्रक्शन का हिंदी में अनुवाद किया जो एक कठिन कार्य था| संपर्क : 9971006425

4 COMMENTS

  1. निम्न चोटदार अर्थवाही पंक्तियाँ मन को छू गई।

    ——————————
    ’पाकिस्तान के लिये नई खुशखबरी |
    मरने के लिये भारत न आना पड़ेगा ||
    उस ने होम डिलीवरी चालू कर दी है |
    तेरा मौत का समान तेरे घर पहुचा देगा ||’

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here