सेक्स वर्कर के मानस गणिका की चौपाइयां सुनने पर आपत्ति क्यों - प्रवक्ता.कॉम - Pravakta.Com
जिस वक्त सनातन धर्म, राम मंदिर तथा हिंदुत्व के साथ-साथ जनेऊ और गोत्र सहित अनेक अन्य बे-सिरपैर के 'झूठ से भरे' समाचारों के समुद्र में देश की राजनीति गोते लगा रही हो तब आपको किसी संत द्वारा अत्यंत निकृष्ट व अस्पृश्य समझी जाने वाली ''वेश्याओं'' के लिए सामान्यजन की भांति…