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एक नया ‘बुखारी’ पैदा कर रहा है 'प्रवक्ता' - प्रवक्‍ता.कॉम - Pravakta.Com
-पंकज झा किसी व्यक्ति की तारीफ़ या निंदा में किये गए लेखन सामान्यतः निकृष्ट श्रेणी का लेखन माना जाता है. लेकिन 2 दिन में ही अगर यह लेखक दुबारा ऐसा निकृष्ट काम करने को मजबूर हुआ है तो इसके निहितार्थ हैं. खैर. पहले चतुर्वेदी जी को पढ़-पढ़ कर बोर हुए…