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अद्भुत, अकल्पित है स्वर-माधुर्य की साम्राज्ञी लता मंगेशकर - प्रवक्‍ता.कॉम - Pravakta.Com
लता मंगेशकर जन्म दिवस- 28 सितम्बर, 2016 ललित गर्ग वो ब्रह्म है। कोई उससे बड़ा नहीं। वो प्रथम सत्य है और वही अंतिम सत्ता भी। वो स्वर है, ईश्वर है, ये केवल संगीत की किताबों में लिखी जाने वाली उक्ति नहीं, ये संगीत का सार है और इसी संगीत एवं…