pravakta.com
लेखकीय एवं संपादकीय काहिली तथा हिन्दी का बिगड़ता स्वरूप - प्रवक्‍ता.कॉम - Pravakta.Com
ब्रज बिहारी कुमार विश्व की सभी भाषाएँ दूसरी भाषाओं से शब्द ग्रहण करती है और विकसित होती हैं। अंग्रेजी में ऐसा सर्वाधिक हुआ है। उस भाषा में दूसरी भाषाओं से आगत शब्दों की संख्या विश्व की किसी भी भाषा की तुलना में अधिक है। हिन्दी में भी अंग्रेजी, अरबी, फारसी,…