बिहार के पटना- मोकाम रेल लाइन पर स्थित ख़ुसरूपुर रेलवे स्टेशन पर स्थानीय लोगों की उत्तेजित भीड़ ने श्रमजीवी एक्सप्रेस का ठहराव रद्द किए जाने पर दो ट्रेनों की कई बोगी में आग लगा दी।घटना में कोई जानी नुक़सान की खबर नहीं है। दानापुर जयनगर इंटरसिटी एक्सप्रेस और राजगीर दानापुर यात्री गाड़ी की नुकसान पहुंच है। उधर कोलकाता में रेल मंत्री ममता बनर्जी ने इस घटना पर खेद प्रकट किया है और कहा है कि उन्होंने उक्त स्टेशन पर ट्रेन के ठहराव को स्थगित करने के सिलसिले में कोई आदेश नहीं दिए है। इस मामले की जाँच कराई जाएगी।
उन्होंने अपील की कि इस मामले को ‘ममता बनाम बिहार’ का रूप नहीं दिया जाए। लोगों को क़ानून अपने हाथ में नहीं लेना चाहिए। साथ ही उन्होंने ट्रेन में आगजनी करने वालों पर किसी क़िस्म की कार्रवाई से इनकार किया।
ग़ौरतलब है कि केंद्र में सत्ता परिवर्तन के साथ ही बिहार में लगभग 23 स्टेशनों पर एक्सप्रेस ट्रेनों का रुकना स्थगित करने का फ़ैसला किया गया था और इसको लेकर पिछले कुछ दिनों से विरोध और तनाव का माहौल था।
इस घटनाक्रम के बाद मध्य पूर्व रेलवे के मुख्य जनसंपर्क ने बताया कि ट्रेनों के ठहराव को ख़त्म करने के फ़ैसले को वापस ले लिया गया है। सोमवार को जब दानापुर-जयनगर इंटरसिटी एक्सप्रेस को लोगों ने आग लगाई तो प्रशासन की ओर कोई विरोध नहीं हुआ और उत्साहित भीड़ ने घंटे भर के अंदर स्टेशन पर आने वाली एक अन्य ट्रेन में भी आग लगा दी।
इस घटना के बाद लगभग 10 प्रमुख ट्रेनें विभिन्न स्टेशनों पर खड़ी हैं। पटना में यात्रियों की भारी भीड़ है और अफ़रा-तफ़री का माहौल है।
यह समाचार देखा था।बहुत अफसोस होता है यह सब देख कर।अपनी ही संपत्ति को फूँक रहे हैं ये लोग।