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बचपन की यादों को यारो मत भूलाना - प्रवक्‍ता.कॉम - Pravakta.Com
शाम होते ही छतो पर चढ़ जाना,छतो पर चढ़कर पानी छिड़कना,पानी छिड़का कर गद्दे बिछानागद्दे बिछाकर उसपर चादर बिछाना।बचपन की यादों यारो मत भुलाना।। आधी रात को बरसात का आ जानागद्दे चादर उठाकर नीचे भाग जाना,भाग कर फिर से मुंह ढक कर सो जाना,मम्मी ने सुबह डंडे मारकर जगाना,बचपन की…