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क्योंकि वे लौट आए हैं - प्रवक्‍ता.कॉम - Pravakta.Com
विवेक पाठक तुम सब क्या आ गए दोस्तों खोया बचपन लौटा लाए हो पहले क्यों नहीं आए बहुत कुछ लौट आता वो पिता वो मां वो स्कूल की घंटी वो संडे की छुट्टी जो अब पहले जैसा नहीं रहा मगर तुम आ गयो हो तो वो सब आया आया लगता…