बड़े-बड़े धनासेठों को मदद करना सीखना होगा अभिनेता सोनू सूद से

दीपक कुमार त्यागी
देश में कोरोना वायरस संक्रमण का भयावह आपदाकाल चल रहा है, हर वर्ग के लोगों का अपनी व अपने परिवार के लोगों की अनमोल जिंदगियों को बचाने के लिए लॉकडाउन में लगातार संघर्ष जारी है। इस घातक आपदा के समय में देश के अलग-अलग हिस्सों में फंसे हुए देश के शिल्पकार मजदूर बहुत परेशान हैं, वह रोजीरोटी की दिक्कत होने के चलते जल्द से जल्द अपने घर वापस जाना चाहते हैं, आपदा के समय में भारी संख्या में मजदूर सिस्टम से निराश व हताश होकर पैदल, साईकिल, रिक्शा, आटो रिक्शा व अन्य अवैध साधनों से अपनी जान जोखिम में डालकर घर वापस जा रहे थे। सरकार के स्तर पर मजदूरों को घर वापस भेजने के जो प्रयास किये जा रहे थे वो नाकाफी साबित हो रहे थे। उस समय मजदूरों को देश के बड़े-बड़े धनासेठों से मदद की बहुत ज्यादा उम्मीद थी, हालांकि बहुत सारे लोगों ने गरीब मजदूरों की अपनी क्षमता के अनुसार भोजन राशन आदि देकर मदद भी की, लेकिन वो इस भयंकर कोरोना वायरस संक्रमण के आपदाकाल में जब हर तरफ सब कुछ कामधंधा बंद था तो उस समय नाकाफी हो रही थी। 
इस बेहद मुश्किल समय में जब लोग बेहद परेशान होकर परदेश में अपने परिवार से दूर लाचार चिंतित होकर बैठे थे। तो ऐसे ही हजारों लाचार मजबूर लोगों की मदद के लिए देश में एक हाथ अभिनेता सोनू सूद के रूप में आगे बढ़ा जिसने देश के इन लाचार गरीब मजबूर मजदूरों को सहारा देकर उनके घर वापस भेजकर परिवार से मिलाने की ठानी। सोनू सूद अपने इस एक कदम से फिल्मों की रील के हीरो से एकाएक मजबूर लोगों की रियल लाइफ में जान बचाने वाले हीरो बनकर उभरे हैं। भयंकर आपदा के समय में जरूरतमंद मजबूर लोगों की मदद करके सोनू सूद आज लाखों लोगों के रियल हीरो बन गये हैं। आज देश में स्थिति यह हो गयी है कि अभिनेता सोनू सूद अपनी समाजसेवा के दम पर फिल्मी दुनिया के साथ-साथ सोशल मीडिया, प्रिंट मीडिया, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के बेहद चर्चित चेहरे बन गये हैं, आज देश में सोनू सूद के मदद के हजारों कारनामों पर ऐसी जबरदस्त स्क्रिप्ट लिखी गई है जो शायद आज से पहले कभी किसी फिल्मी दुनिया के व्यक्ति के बारे में शायद ही लिखी गई हो। जिस तरह से अपनी रोजीरोटी गंवा चुके लोगों के लिए अभिनेता सोनू सूद ने अपनी तिजोरी का ताला आपदा में लाचार मजबूर हो गये हजारों गरीब मजदूरों की मदद करने के लिए खोल दिया वह बहुत काबिलेतारीफ है। अभिनेता सोनू सूद ने लॉकडाउन के दौरान महाराष्ट्र ही नहीं बल्कि देश में जगह-जगह फंसे लाचार मजदूरों को उनके घर सकुशल वापस भेजने के लिए इंतजाम करके समाज के लिए एक समाजसेवी के रूप में इंसानियत की एक बहुत बड़ी नजीर पेश की है, आज कोरोना के आपदाकाल में सोनू सूद देश में बड़े समाजसेवी दानवीर भामाशाह के रूप में स्थापित हो गये हैं। आज देश में एक भरोसेमंद मददगार व्यक्ति के रूप में अभिनेता सोनू सूद की लोकप्रियता इतनी अधिक हो गयी है कि वो अब सरकार पर भी भारी पड़ रहे हैं। भूख-प्यास से तड़पते लोगों के लिए वो संकट के समय में दूसरा जीवन देने वाले ‘देवदूत’ बनकर सामने उभर कर आए हैं। जिस तरह से पिछले कई हफ्तों से लॉकडाउन की वजह से मुंबई में फंसे लाचार मजबूर मजदूरों को घर पहुंचाने के लिए ‘घर भेजो’ अभियान को खुद सोनू सूद ने सड़क पर उतरकर रोजाना घंटों-घंटों मेहनत से काम करकेधरातल पर चलाकर पूर्ण रूप से कामयाब बनाया है, उसकी जितनी प्रसंशा की जाये वो कम है। उन्होंने केवल मुंबई में फंसे मजदूरों की ही नहीं बल्कि और भी बहुत सारे जरूरतमंदों की मदद की हैं। हाल ही में सोनू सूद ने केरल के एर्नाकुलम में फंसी 177 लड़कियों को भी एयरलिफ्ट करवाकर उनके घर भेजा था। जिसके चलते उनकी सभी ने खूब तारीफ की थी। साथ ही वह लगातार हजारों जरूरतमंद लोगों के लिए रोजाना भोजन-पानी आदि की व्यवस्था करके भूखे-प्यासे लोगों का पेट भर रहे है। आज सोनू सूद के इस लोगों के मदद करने वाले अभियान की देश ही नहीं विदेशों में भी चर्चा है। देश के बॉलीवुड सेलेब्रिटी, मंत्री से लेकर संतरी तक अब अभिनेता सोनू सूद की तारीफ करने से खुद को नहीं रोक पा रहे हैं।
आज के आपदाकाल के दौर में फिल्मी सितारों व देश के सभी क्षेत्रों के बड़े-बड़े धनासेठों को भी अभिनेता सोनू सूद से सीखने की जरूरत है कि किस प्रकार विपदा के समय में लोगों की मदद करने के लिए अपनी तिजोरियों के ताले खोलकर हाथ बढ़ाकर मजबूर लोगों को सहारा देकर उनकी अनमोल जिंदगियों को बचाया जाता है। कभी रील के हीरो रहे अभिनेता सोनू सूद आज मजबूर लोगों की मदद करके देश की जनता के बीच में रीयल के हीरो बन गये हैं, आज अभिनेता सोनू सूद पर हमको गर्व है। 
।। जय हिन्द जय भारत ।।।। मेरा भारत मेरी शान मेरी पहचान ।।

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