अमेरिका जैसे विकसित देशों की तर्ज पर भारत में भी वाणिज्यिक बायोटेक फसल उगाई जा रही है। कृषि बायोटेक्नोलॉजी के क्षेत्र में काम कर रहे एक अंतर्राष्ट्रीय संगठन का कहना है कि भारत वाणिज्यिक बायोटेक फसलों की खेती करने वाला दुनिया का चौथा सबसे बड़ा देश बन गया है।इंटरनेशनल सर्विस फॉर द एक्वीजिशन ऑफ एग्री-बायोटेक अप्लाइंसेस (आईएसएएए) की ओर से जारी सालाना वैश्विक रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2008 में देश में 76 लाख हेक्टेयर भूमि पर वाणिज्यिक बायोटेक फसल उगाई गई।
रिपोर्ट के मुताबिक गत वर्ष भारत के किसानों 50 लाख किसानों ने बायोटेक कपास (बीटी कॉटन) की फसल लगाई।
आईएसएएए के अध्यक्ष क्लाइव जेम्स के अनुसार आने वाले 50 वर्षो में दुनिया की खाद्य जरूरतें बहुत बढ़ने वाली है। इससे निपटने के लिए बायोटेक फसलें बेहतरीन विकल्प हैं। कीटनाशकों की कम आवश्यकता और अधिक उपज के कारण बायोटेक फसलें किसानों में तेजी से लोकप्रिय हो रही हैं।
आईएसएएए की ओर से जारी रिपोर्ट में वाणिज्यिक बायोटेक फसल उगाई वाले देशों में अमेरिका का पहला स्थान है। वहां लगभग 6.25 करोड़ हेक्टेयर भूमि पर बायोटेक फसलें उगाई जाती हैं। अर्जेटीना दूसरे स्थान पर है, ब्राजील का तीसरा स्थान है।
रिपोर्ट के मुताबिक इस समय दुनिया भर में 25 देशों के लगभग 1.33 करोड़ किसान बायोटेक फसलें उपजाते हैं।