मोक्ष के लिये मौत को गले लगाया सभी तुमने
एक नहीं पूरे परिवार को मौत में सुलाया तुमने
पढ़-लिख कर भी,ना समझ बन गये थे क्यों तुम ?
अंध विश्वासी,रुढ़िवादी अधर्मी बन गये थे तब तुम
क्यों उकसाया परिवार को तुमने आत्महत्या के लिये ?
क्या मजबूरी थी,उनको मजबूर किया मरने के लिये ?
मोक्ष नहीं मिलता कभी आत्महत्या करने वालो के लिये
भगवान् भी न माफ़ करेगे इस घिनोने कृत्य के लिये
अगर पढ़े हिन्दू शास्त्रों को,ऐसा कुछ इनमे लिखा नहीं
ऐसा कोई करता है,उनको हिन्दू शास्त्रों की समझ नहीं
क्या भूल गये हो बुद्ध और महावीर की तपस्या को तुम ?
अगर चलते उनके दिखाये मार्ग पर ऐसा करते नही तुम
मोक्ष मिलता है मनुष्य को जब मुक्त हो जन्मो के बंधन से
तुमने तो घोर पाप किया है रो रहे है सब मौत के क्रंदन से
आर के रस्तोगी