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तितली है खामोश ! - प्रवक्‍ता.कॉम - Pravakta.Com
बदल रहे हर रोज ही, हैं मौसम के रूप !ठेठ सर्द में हो रही, गर्मी जैसी धूप !!सूनी बगिया देखकर, तितली है खामोश !जुगनूं की बारात से, गायब है अब जोश !!दें सुनाई अब कहाँ, कोयल की आवाज़ !बूढा पीपल सूखकर, ठूंठ खड़ा है आज !!जब से की बाजार ने,…