देश में बालश्रम, केंद्र सरकार और हमारी मानसिकता - प्रवक्ता.कॉम - Pravakta.Com
डॉ. मयंक चतुर्वेदी आज के बच्चे कल के होनहार नागरिक हैं जोकि किसी भी देश को गढ़ने का कार्य करते हैं, इसलिए ही बच्चों को देश की अमूल्य निधि माना जाता है। इस दृष्टि से दुनिया के तमाम देश अपने भविष्य को लेकर बेहद संवेदनशील रहते हैं। फिर भी कुछ देश…