pravakta.com
आ तुझ को तुझ से चुरा लू - प्रवक्‍ता.कॉम - Pravakta.Com
आ तुझ को तुझ से चुरा लू,प्यार से तुझे दिल में बसा लू।ख्वासिश है यह आखरी मेरी,तुझ को मै अपना बना लू।। कजरे की जगह तुझे लगा लू,बंद नयनों में मै तुझे बसा लू।तुम मेरे श्याम हो मै राधा तेरी,यह मोहनी सूरत तेरी बसा लू।। गजरे की जगह तुझे लगा…