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“आओ! आर्यसमाज के सत्संग में चलें जहां जाने से अनेक लाभ होते हैं” - प्रवक्‍ता.कॉम - Pravakta.Com
-मनमोहन कुमार आर्य, देहरादून। मनुष्य सामाजिक प्राणी है। यह अकेला नहीं रह सकता। घर पर माता-पिता, भाई-बहिन, पत्नी, सन्तानें आदि पारिवारिक सदस्य होते हैं। घर से बाहर विद्यालय तथा व्यवसाय-स्थल आदि में भी मनुष्य अपने मित्रों व अन्य अनेक लोगों से संगति करता है। इनके साथ मिलने से इसे कुछ…