सनातन परम्पराओं को कुरीतियाँ कह कर खारिज करने का षडयंत्र - प्रवक्ता.कॉम - Pravakta.Com
डॉ नीलम महेंद्र 5 नवंबर को एक दिन की विशेष पूजा के लिए सबरीमाला मंदिर के द्वार कडे पहरे में खुले। न्यायालय के आदेश के बावजूद किसी महिला ने मंदिर में प्रवेश की कोशिश नहीं की। लेकिन कुछ बुद्धिजीवियों द्वारा सबरीमाला मंदिर में महिलाओं को प्रवेश देने के न्यायालय के आदेश के विरोध को गलत ठहराया…