अपोलो टायर कंपनी का विस्तार जल्द ही दुनिया के कई देशों में हो जाएगा, सुनने में थोड़ा आपको अटपटा लगे, लेकिन यह सच है। दरअसल, लंबे समय से अपोलो टायर द्वारा कूपर टायर को खरीदने के मामले पर कुछ ही दिनों में मुहर लग जाएगी। डील तय है। यह भी कहा जा रहा था कि अगर ये डील होती है तो यह भारतीय उद्योग जगत के लिए बड़ी खुशखबरी हो सकती है क्योंकि यहां एक भारतीय कंपनी किसी अमेरिकी कंपनी को खरीद रही है। विश्लेषकों की मानें तो अब इस ख़बर के बाद भारत में निवेश की गुंजाइश भी बढ़ जाएगी। इस डील के बाद प्रतिष्ठित अमेरिकी कंपनियों में ये संवाद ज़रूर जाएगा कि भारतीय कंपनी की गुणवत्ता और कार्यशैली दुनिया के उद्योग जगत को नई दिशा देने का माद्दा रखती है।
जानकारों के मुताबिक, जहां ये समझौता ढाई बिलियन डॉलर की है, वहीं एक-डेढ़ हफ्ते में इसे पूरा कर लिया जाएगा। वर्तमान में कूपर टायर के शेयर्स की कीमत 25 डॉलर है। शेयर बाज़ार के विश्लेषकों की माने तो अपोलो 35 से 40% तक प्रीमियम दे सकता है जिससे कूपर टायर के प्रति शेयर की कीमत 36-37 डॉलर तक हो सकता है।
बता दें कि कूपर टायर कंपनी लगभग 100 वर्ष पुरानी कंपनी है, लेकिन वर्तमान में इसके शेयर के दाम काफी नीचे चल रहे हैं जिसके कारण समझौते में अपोलो टायर को काफी फायदा मिल सकता है। अब कूपर टायर के अधिग्रहण के बाद अपोटो टायर का नया मसौदा क्या होगा, इस पर कंपनी का कोई अधिकारी कुछ भी कहने से परहेज़ कर रहा है। लेकिन विश्लेषकों की मानें तो इस डील के बाद इसका पूरा श्रेय अपोलो टायर के युवा वाइस चेयरमैन नीरज को ही जाएगा, क्योंकि उनके लंबे समय के अथक प्रयास से ही इस डील को आखिरी रूप में लाया गया है। दोनों कंपनियों के मर्जर के बाद का हाल तो आने वाला वक्त ही बताएगा।