pravakta.com
भ्रष्टाचार मापक यंत्र - प्रवक्‍ता.कॉम - Pravakta.Com
मनोहर पुरी कनछेदी अपनी गैरज़ में बनी प्रयोगशाला से बाहर निकला तो उसका चेहरा पके हुए आलू बुखारे जैसा चमचमा रहा था। इतनी प्रसन्नता तो न्यूटन को पेड़ से गिरे सेब को देख कर भी नहीं हुई होगी जितनी प्रसन्नता कनछेदी के मुख मण्ड़ल पर सरसों के तेल सरीखी तैर…