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चाहे लाख करो तुम पूजा , तीर्थ करो हज़ार दीन दुखी को ठुकराया तो सब कुछ है बेकार
चाहे लाख करो तुम पूजा , तीर्थ करो हज़ार दीन दुखी को ठुकराया तो सब कुछ है बेकार