देश में अमनचैन भाईचारा और तरक्की के नये आयाम स्थापित करने वाला हो अंग्रेजी नववर्ष 2020

दीपक कुमार त्यागी
आज अंग्रेजी नववर्ष 2020 का आगमन है, पिछले कुछ दिनों से  हर किसी को नववर्ष का बेहद बेसब्री इंतजार है। लोग कड़ाके की ठंड में बेहद गर्मजोशी व  उत्साह के साथ नववर्ष 2020 का अपने अलग-अलग अंदाज में स्वागत करने में व्यस्त हैं। प्रत्येक व्यक्ति जीवन के पिछले वर्ष कैसे बीते उसे याद करते हुए नववर्ष को जीवन में एक नई उम्मीद से देखते हुए सकारात्मक ऊर्जा के साथ नए वर्ष की शुरुआत कर रहा है। आज के दिन हर व्यक्ति अपने कष्टों को भूलकर ईश्वर आराधना करके हर तरफ खुशियों का माहौल बनाने में व्यस्त है, एकदिन के लिए ही सही देश में चारों और खुशनुमा माहौल व्याप्त है। वैसे तो अलग-अलग देशों में नववर्ष अलग-अलग दिन भी मनाया जाता है, और हमारे देश भारत के अलग-अलग क्षेत्रों में भी  हमारे हिंदू नववर्ष की शुरूआत अलग-अलग दिन से होती है। लेकिन बहुत लंबे समय से देश में जिस तरह से हर कार्य में अंग्रेजी कैलेंडर प्रचलन में है, जिसके अनुसार 31 दिसंबर का दिन एक वर्ष के अंत होने का सूचक है और अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार 1 जनवरी से ही अंग्रेजी नववर्ष की शुरूआत मानी जाती है। इसलिए ही 1 जनवरी के दिन को भारत के साथ-साथ पूरी दुनिया के अधिकांश देशों में नववर्ष के शुरू होने के उपलक्ष्य में बेहद हर्षोल्लास के साथ पर्व की तरह मनाना शुरू कर दिया है। हम सभी देशवासी भी अंग्रेजी नववर्ष का दिल खोलकर स्वागत करते हैं, हम लोग पूजापाठ करके अपनी रोजमर्रा की दिनचर्या का आरंभ करते हैं। मैं भी अपनी चंद पंक्तियों के द्वारा नववर्ष पर अपनी भावना प्रकट करके नववर्ष की आप सभी को तहेदिल से शुभकामनाएं देता हूँ
“सभी के जीवन में फिर आया,एक और अनमोल नया साल है,आपसी प्रेम भाईचारे की बनेगा,भारत नववर्ष 2020 में,सम्पूर्ण विश्व में एक मिसाल है,मेहनतकश लोगों के चलते,देश में चारों ओर बहेगी तरक्की, और खुशहाली की बयार है,यही सपना मिलजुलकर,साकार करना अबकी बार है।।
चूंकि हर व्यक्ति के जीवन के लिए साल नया है, इसलिए हर व्यक्ति अपनी नई उम्मीदें, नए सपने, नए लक्ष्य, नए आईडियाज के साथ उसका दिल खोलकर स्वागत करता है। नया साल को पर्व की तरह हर्षोल्लास से मनाने के पीछे मान्यता है कि साल का पहला दिन अगर उत्साह और खुशी के साथ मनाया जाए, तो साल भर इसी उत्साह और खुशियों के साथ सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ व्यक्ति का जीवन व्यतीत होगा।
आपको जानकारी के लिए बता दे कि हिन्दू पंचांग के अनुसार के मुताबिक नया साल 1 जनवरी से शुरू नहीं होता यह तो पाश्चात्य सभ्यता की तर्ज पर होता है। देश में हिंदू नववर्ष हर साल चैत्र प्रतिपदा से ही शुरू हो जाता है लेकिन भारत में अलग-अलग लोक मान्यताओं और स्थानीय रीति रिवाज़ों में थोड़ी भिन्नता होने के चलते ये अलग-अलग दिन से भी शुरू होता है, हालांकि हिंदू नववर्ष की खास बात ये है कि ये बेशक अलग-अलग नाम व दिन से ही शुरू होता हो, लेकिन इसकी शुरूआत मार्च या अप्रैल माह से ही होती है। देश के अधिकांश क्षेत्रों में हिंदू नववर्ष हमारे पंचांग या कैलेंडर के प्रथम माह चैत्र प्रतिपदा के प्रथम दिन को मनाया जाता है। जो हर बार मार्च के आखिर या फिर अप्रैल महीने में होता है। यानि कि देश में चैत्र नवरात्र से ही हो जाता है हिंदू नववर्ष का आगाज़। हिंदू नववर्ष के पहले दिन को नव संवत्सर भी कहा जाता है। जिसे विक्रम संवत भी कहकर बुलाते हैं।
लेकिन बाजारवाद के इस दौर के दौरान उसके प्रभाव से कोई अछूता नहीं हैं, जिसके चलते अब अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार 1 जनवरी को नववर्ष मनाने का चलन बहुत तेजी से बढ़ गया है, जिसकों सभी जाति व धर्म के लोग मनाने लगें हैं। नववर्ष हमारे जीवन में एक नई शुरूआत को दर्शाता है और हमेशा बुलंद हौसले के साथ आगे बढ़ते रहने की सीख देता है। पुराने वर्ष में हमने जो भी किया, सीखा, सफल या असफल हुए उससे सीख लेकर, एक नई आशा व उम्मीद के साथ हम लोगों को जीवन पथ पर अग्रसर रहना चाहिए। जिस प्रकार हम पुराने साल के समाप्त होने पर दुखी नहीं होते बल्‍कि नए साल का स्वागत बड़े उत्साह और खुशी के साथ करते हैं, ठीक उसी तरह जीवन में भी बीते हुए समय को लेकर हमें दुखी नहीं होना चाहिए। जो बीत गया उसके बारे में सोचने की अपेक्षा आने वाले अवसरों का तहेदिल से स्वागत करें और उनके जरिए अपने जीवन, समाज, व देश को बेहतर बनाने की कोशिश करें।
इस बार नये साल पर हम सभी देशवासियों को सकंल्प लेना चाहिए कि नववर्ष 2020 में देश को खुशहाल बनाने के लिए हम सभी देशवासी एकजुट होकर सरकार के साथ मिलकर देशहित के लिए धरातल पर ठोस कारगर पहल करेंगे और देश में खुशहाली के नये आयाम स्थापित करेंगे।  साथ ही जिस तरह से देश में कुछ लोगों के द्वारा जाति-धर्म का ठेकेदार बनकर माहौल खराब करके समाज में जहर बोया जा रहा है उसको समाज के सभी वर्गों को एकत्र होकर रोकना होगा। कुछ लोगों के चलते देश में जाति-धर्म के जहर बहुत तेजी से फैला है। इंसान व इंसानियत की रक्षा के लिए उसको तत्काल सभी के सहयोग से खत्म करना होगा। नववर्ष 2020 में अपना प्यारा भारत अमनचैन व आपसी भाईचारे के साथ ईश्वर के आशीर्वाद से इस वर्ष सभी देशवासियों के सकारात्मक सहयोग से, कामयाबी का नया इतिहास लिखेगा और भारत हर क्षेत्र में तरक्की के नये आयाम स्थापित करके विश्व गुरु बनेगा।इसी उम्मीद के साथ आप सभी सम्मानित देशवासियों को अंग्रेजी नववर्ष 2020 की बहुत-बहुत हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं।Attachments area

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