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आज भी तुलसी दास एक पहेली हैं - प्रवक्‍ता.कॉम - Pravakta.Com
प्रेमकुमार मणि कवि तुलसीदास का जन्म,जीवन,जन्मस्थान,वय और यहां तक कि उनकी जाति आज भी एक पहेली है. पहेली बने रहने के कुछ लाभ हैं. और ये लाभ उस निहित स्वार्थ वाले तबके को ही मिल सकते हैं, जो तुलसी और उनके साहित्य के मनमाने अर्थ सम्प्रेषित करता आ रहा है.…