भारत में इस्लामिक स्टेट का फैलता जाल

अविनाश सिंह भदौरिया
नागपुर एयरपोर्ट से महाराष्ट्र एटीएस और तेलंगाना पुलिस के साझा ऑपरेशन में तीन ऐसे छात्र गिरफ्तार किए गए जिन पर आतंकी संगठन आईएसआईएस से जुड़े होने का संदेह है। कहा तो यह जा रहा है कि ये आईएसआईएस में शामिल होने जा रहे थे। पकड़े गए तीनों संदिग्ध हैदराबाद में अंतिम वर्ष के छात्र हैं। जब ये तीनों छात्र गिरफ्तार किए गए, तब नागपुर से इन्हें श्रीनगर के लिए फ्लाइट पकडऩी थी। आईएसआईएस से प्रभावित भारतीय युवकों के पकड़े जाने की यह कोई पहली घटना नहीं है। इससे पहले भी कुछ लोग गिरफ्तार किए गए हैं। भारत में सिमी, माओवादी और नक्सलवादी गुटों द्वारा हिंसक घटनाओं को अंजाम दिए जाने का खतरा तो था। लेकिन अगर पाक समर्थित आतंकवादी गुटों द्वारा अंजाम दिए जाने वाले छिटपुट घटनाओं को छोड़ दें, तो वैसे भारत कुछ मामलों में महफूज था।
अब इधर हाल में देश पर आईएसआईएस जैसे आतंकी संगठनों का खतरा भी मंडराने लगा है। हमारे देश में आतंक संगठन आईएसआईएस अपने पांव फैलाता जा रहा है। कुछ दिनों से हमारे देश में भी आईएस एजेंटों के मौजूद होने के खुलासे हुए हैं। ये खुलासे भारत के लिए चेतावनी है कि यदि हालात पर कड़ी निगाह नहीं रखी गई, तो आईएस भारत को भी सीरिया और ईराक जैसा बनाने की तैयारी में है। आतंकी संगठन आईएस के सरगना अबू बक्र अल बगदादी की सोशल मीडिया के जरिये भारत में भी पैठ बढ़ती जा रही है। वह इस मामले में काफी हद तक कामयाब भी हुआ है। बगदादी सोशल मीडिया पर बालिग से लेकर नाबालिग तक को अपने प्रभाव में लेने की कोशिश कर रहा है।देश-विदेश में अपने खतरनाक इरादो को अंजाम देने के लिए उन्हें अपने जाल में फंसा रहा है।
कहा जाता है कि भारत में काफी लोग ऐसे हैं, जो उसके लिए काम कर रहे हैं। 11 दिसंबर 2015 को राजस्थान की राजधानी जयपुर से आईएसआईएस के एक एजेंट का गिरफ्तार भी किया गया था। खंूखार आतंकी संगठन आईएसआईएस का गिरफ्तार किया गया एजेंट मोहम्मज सिराजुद्दीन इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन, जयपुर में मार्केटिंग मैनेजर के पद पर कार्यरत था। वह कर्नाटक के गुलबर्गा का रहने वाला है। एटीएस के मुताबिक, सिराजुद्दीन दो महीने बाद ट्रेनिंग लेने सीरिया जाने वाला था। इसके लिए वह हैदराबाद और महाराष्ट्र में कुछ लड़के-लड़कियों को भी तैयार कर रहा था। हैदराबाद की रहने वाली 20 साल की एक लड़की उसके साथ जाने को राजी भी हो चुकी थी। मोहम्मद सिराजुद्दीन सोशल मीडिया पर ग्रुप बनाकर आईएस के प्रचार-प्रसार का काम देखता था। पकड़े जाने पर उसने अपने दूसरे देशों में भी संपर्क होने का खुलासा किया है।
मोहम्मद सिराजुद्दीन के पास से आईएसआईएस की ऑनलाइन मैगजीन ‘दाबिकÓ की प्रतियां भी बरामद हुई हैं। गिरफ्तार किए गए मोहम्मद सिराजुद्दीन ने जो जानकारी दी है, वह चौंका देने वाली है। सिराजुद्दीन के मुताबिक, आईएस ने सिराज को पांच महीने पहले अर्जेटीना में बुलाया था, जहां से उसे सीरिया भेजा जाना था। सिराज ने यह कहते हुए आईएस से कुछ वक्त मांगा था कि वह हैदराबाद और महाराष्ट्र मेंदो-दो लड़के-लड़कियों को ट्रेनिंग के लिए तैयार कर रहा है। उसमें से एक लड़की को हैदराबाद पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है। इन लड़कियों को आईएसआईएस के कर्ताधर्ता सुसाइड गर्ल बनाने की सोच चुके थे जिन्हें सीरिया के अलावा अर्जेंटीना, अमेरिका, फिलीपींस या इराक भेजा जाना था। आईएसआईएस के बारे में जो जानकारियां सामने आई हैं, उसके मुताबिक यह आतंकी संगठन फेसबुक, ट्विटर, ह्वाट्स एप से लेकर विभिन सोशल नेटवर्क पर सक्रिय है। ह्वाट्स एप ग्रुप से देश-विदेश के 700 से ज्यादा लोग जुड़े बताए जातेे हैं।
अलकायदा के मुखिया अल-जवाहिरी ने सितंबर 2014 में घोषणा की थी कि अलकायदा इंडिया सब कांटिनेंट में अपने जाल बिछा रहा है। तालिबान भी भारत में आतंकी हमले की धमकी दे चुका है। तालिबान अपने सदस्यों को भारत-पाकिस्तान की सीमा से भारत में घुसपैठ कराने की जुगत में है। आंकड़ों की मानें, तो 2010 से 2015 के बीच के भारत-पाक सीमा के जरिए कम से कम 90 पाकिस्तानी घुसपैठियों ने भारत में प्रवेश किया। 125 आतंकवादी जम्मू कश्मीर सीमा से भारत में प्रवेश करते हुए वर्ष 2012 में गिरफ्तार किए गए। वर्ष 2013 में करीब 97 लोगों ने घुसपैठ की, जबकि 2014 में यह संख्या 65 थी। ऐसे में भारत को अपने खुफिया एजेंसियों को सतर्क करते हुए भीतर और बाहर के आतंकवादी संगठनों की गतिविधियों पर निगाह रखनी होगी। अभी तो भले ही आईएसआईएस रूस और अमेरिका के हवाई हमलों के चलते दूसरे मोर्चे पर शांत नजर आ रहा हो, लेकिन जैसे ही वह उसे अमेरिका और रूस से लडऩे से फुरसत मिली, तो वह एशियाई देशों पर अपना ध्यान केंद्रित करेगा, जो भारत के लिए काफी संकटपूर्ण हो सकता है।
(लेखक दैनिक न्यू ब्राइट स्टार में उप संपादक हैं।)

1 COMMENT

  1. भारत का मुसलमान कट्टर नहीं है. लेकिन शेष विश्व में जो हो रहा है उसके प्रभाव से अछूता भी नहीं है.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here