पतन की राह पर अग्रसर संघ (भाग 3) - प्रवक्ता.कॉम - Pravakta.Com
पवन कुमार अरविंद यह मृत्यु लोक है। यहां आत्मा और कीर्ति को छोड़कर कुछ भी अमर नहीं है। यदि आप अच्छा कार्य करते हैं तो मृत्यु के बाद भी आमजन के अन्तस में विराजमान रहेंगे। मृत्यु लोक का स्वभाव है अंत। इसलिए मनुष्य का जीवन निश्चित है। इसी प्रकार थलचर,…