pravakta.com
पर्यावरण पर पाँच कविताएँ - प्रवक्‍ता.कॉम - Pravakta.Com
1. पेड़ फूलों को मत तोड़ो छिन जायेगी मेरी ममता हरियाली को मत हरो हो जायेंगे मेरे चेहरे स्याह मेरी बाहों को मत काटो बन जाऊँगा मैं अपंग कहने दो बाबा को नीम तले कथा-कहानी झूलने दो अमराई में बच्चों को झूला मत छांटो मेरे सपने मेरी खुशियाँ लुट जायेंगी।…