pravakta.com
खुशियों के कुछ पलों के लिए - प्रवक्‍ता.कॉम - Pravakta.Com
बलबीर राणा "भैजी" खुशियों के कुछ पलों के लिए घोंसले में चहकता है पंछी पंखो के बाहुपाश में समेटता चमन को । चोंच टकराता घरोंदे के ओर- छोर, उमंग ढूंढता जीतना चाहता अपने मौन को । मस्तमंगल धुन में, संसार के पराभव को गाना चाहता खुशी की व्यंजना में प्रेम…