भाजपा के वरिष्ट नेता लालकृष्ण आडवाणी ने बुधवार ने टाटा कंपनी की लाख टके वाली नैनो कार परियोजना के पश्चिम बंगाल से बाहर जाने के लिए वामपंथी सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा है कि औद्योगिक गतिविधियों के लिए किसानों की उपेक्षा नहीं की जानी चाहिए।पश्चिम बंगाल की स्थिति की तुलना गुजरात से करते हुए आडवाणी ने कहा कि गुजरात में कोई समस्या नहीं है। वहां एक भी किसान नाराज नहीं है। सभी नैनो परियोजना का समर्थन कर रहे हैं।
राज्य के उलुबेरिया लोकसभा सीट से पार्टी प्रत्याशी राहुल चक्रवर्ती के पक्ष में प्रचार करने पहुंचे आडवाणी ने कहा कि औद्योगीकरण के लिए किसानों की उपेक्षा नहीं की जानी चाहिए। यदि किसानों की उपेक्षा होगी तो उसका भारी नुकसान उठाना पड़ेगा।
सिंगुर की घटा के लिए भी भी उन्होंने माकपा की गलत नीतियों को जिम्मेदार ठहराया। भविष्य में वामपंथियों द्वारा राज्य में कंप्यूटरीकरण का विरोध करने का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि दक्षिण भारतीय राज्य कंप्यूटरीकरण के मामले में आगे निकल गए, जबकि पश्चिम बंगाल पीछे रह गया है।