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गजल:अनुभूति-श्यामल सुमन - प्रवक्‍ता.कॉम - Pravakta.Com
कभी जिन्दगी ने मचलना सिखाया मिली ठोकरें तो सम्भलना सिखाया जीना सम्भलकर कठिन जिन्दगी में उलझ भी गए तो निकलना सिखाया रंगों की महफिल है ये जिन्दगी भी गिरगिट के जैसे बदलना सिखाया सबकी खुशी में खुशी जिन्दगी की खुद की खुशी में बहलना सिखाया बहुत…