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“ईश्वर सभी शुभ-अशुभ कर्मों का फलदाता होने से न्यायाधीश है” - प्रवक्‍ता.कॉम - Pravakta.Com
-मनमोहन कुमार आर्य, देहरादून। संसार में तीन अनादि एवं नित्य सत्तायें हैं ईश्वर, जीव एवं प्रकृति। संसार की यह तीन सत्तायें सनातन एवं शाश्वत् हैं। यह सत्तायें कभी उत्पन्न नहीं हुई एवं इनका अस्तित्व स्वयंभू, स्वमेव व अपने आप है। यह तीनों सत्तायें एक दूसरे से पृथक एवं स्वतन्त्र अस्तित्व…