संसद में शिक्षा का बढता स्‍तर

indian20parliament20-2011चुनाव आयोग के आंकडों के मुताबिक तीसरी लोकसभा में 141 सांसद 10वीं पास भी नहीं थे लेकिन 14वीं लोकसभा में इसके उलट 157 पोस्ट ग्रेजुएट पहुंचे और दसवीं से नीचे रह गए सिर्फ उन्नीस तथा दसवीं पास 96 व ग्रेजुएट सांसदों की संख्या जा पहुंची 249 जो अपने आप में एक रिकार्ड है।हालांकि पांचवीं लोकसभा तक इंटरमीडिएट से कम शिक्षा वाले सांसदों की बडी जमात होती थी। उसके बाद शिक्षा का स्तर ऊंचा होता गया। नवीं लोकसभा में दसवीं से नीचे शिक्षा हासिल किए सांसदों की संख्या 10 रह गई और 14वीं लोकसभा में उन्नीस। जहां पहली लोकसभा में 85 सांसद पोस्ट ग्रेजुएट थे, वहीं वर्तमान में 157 हो गए। जिससे शिक्षा के महत्व का अंदाजा लगाया जा सकता है और दिखता है कि जनता जागरूक हो गई है।

दूसरी लोकसभा में 160 सांसद ग्रेजुएट थे, जबकि छठीं तक आते-आते आंकडा दो सौ को पार कर गया। तेरहवीं लोकसभा में 256 सांसद ऐसे थे जिन्होंने ग्रेजुएशन किया था। वहीं 11 वीं, 12 वीं में क्रमशः 222 तथा 237 सांसद ग्रेजुएट थे। तीसरी लोकसभा में सिर्फ सात सांसद पीएचडी वाले थे। वर्तमान में इनकी संख्या 22 हो गई। साथ ही 96 सांसद दसवीं पास हैं। बारहवीं में यह आंकडा 107 था। इससे पहले चौथी लोकसभा में संसद पहुंचे सदस्यों का शिक्षा का स्तर अच्छा था।

सिर्फ 54 सांसद दसवीं से कम पढे लिखे थे, 101 दसवीं पास, 172 ग्रेजुएट तथा 113 पोस्ट ग्रेजुएट थे। जहां पहली लोकसभा में 88 सांसद दसवीं पास तथा 112 आठवीं व नवीं तक पढे थे। वहीं 177 सांसद ग्रेजुएट तक शिक्षा ग्रहण किए हुए थे।

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