ईश्वर को यदि न जाना व पाया तो मनुष्य जीवन अधुरा व व्यर्थ है - प्रवक्ता.कॉम - Pravakta.Com
-मनमोहन कुमार आर्य हम मनुष्य हैं। मनुष्य मननशील प्राणी को कहते हैं। सृष्टि में असंख्य प्राणी योनियां हैं जिसमें एकमात्र मनुष्य ही मननशील प्राणी है। अतः हम सबको मननशील होना चाहिये। विचार करने पर लगता है कि सभी लोग मननशील नहीं होते। अधिकांश लोगों को अपने बारे में व…