अगर कृष्ण कलयुग में जन्म लेते

0
199

अच्छा हुआ कृष्ण ने लिया द्वापर के जमाने में
वर्ना दुर्गति हो जाती उनकी इस कलयुगी जमाने में

अच्चा हुआ कृष्ण ने जन्म नहीं लिया इस जमाने में
वर्ना केस लग जाता उनपर गोपियों के फसाने में 

अच्छा हुआ कृष्ण ने सुदामा के पैर नहीं धोये इस जमाने में
वर्ना अखिलेश नाराज हो जाते,यदुवंशी से पैर धुलवाने में

अच्छा हुआ कृष्ण ने गीता का उपदेश नहीं दिया इस जमाने में
वर्ना इस उपदेश को जोड़ दिया राजनीती से इस जमाने में

अच्छा हुआ कृष्ण ने माखन की चोरी नहीं की इस जमाने में
वर्ना हथकड़ी पहना दी होती उनको इस कलयुगी जमाने में

अच्छा हुआ कृष्ण ने साथ दिया पांड्वो का द्वापर के जमाने में
वर्ना कृष्ण पर आरोप लगाये जाते भेद-भाव की नीति अपनाने में

अच्छा हुआ कृष्ण ने द्रोपदी की पुकार सुनी उसकी उस जमाने में
वर्ना कृष्ण पर अनेक आरोप लग जाते इस कलयुगी जमाने में

आर के रस्तोगी

Previous articleमैंने तो सिर्फ आपसे प्यार करना चाहा था 
Next articleकृष्ण जन्माष्टमी की देश में मची धूम
आर के रस्तोगी
जन्म हिंडन नदी के किनारे बसे ग्राम सुराना जो कि गाज़ियाबाद जिले में है एक वैश्य परिवार में हुआ | इनकी शुरू की शिक्षा तीसरी कक्षा तक गोंव में हुई | बाद में डैकेती पड़ने के कारण इनका सारा परिवार मेरठ में आ गया वही पर इनकी शिक्षा पूरी हुई |प्रारम्भ से ही श्री रस्तोगी जी पढने लिखने में काफी होशियार ओर होनहार छात्र रहे और काव्य रचना करते रहे |आप डबल पोस्ट ग्रेजुएट (अर्थशास्त्र व कामर्स) में है तथा सी ए आई आई बी भी है जो बैंकिंग क्षेत्र में सबसे उच्चतम डिग्री है | हिंदी में विशेष रूचि रखते है ओर पिछले तीस वर्षो से लिख रहे है | ये व्यंगात्मक शैली में देश की परीस्थितियो पर कभी भी लिखने से नहीं चूकते | ये लन्दन भी रहे और वहाँ पर भी बैंको से सम्बंधित लेख लिखते रहे थे| आप भारतीय स्टेट बैंक से मुख्य प्रबन्धक पद से रिटायर हुए है | बैंक में भी हाउस मैगजीन के सम्पादक रहे और बैंक की बुक ऑफ़ इंस्ट्रक्शन का हिंदी में अनुवाद किया जो एक कठिन कार्य था| संपर्क : 9971006425

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here