इफ्तार पार्टी तो बहाना है,हमे तो महागठबंधन बुलाना है

0
166

इफ्तार पार्टी करना तो केवल एक बहाना है
इस बहाने तो महागठबंधन को बुलाना है

बुलाया है उन नेताओ को जो रोजा नहीं रखते
रोजा बिना रखे टोपी पहन कर मुसलमान बनते

अगर ये सर्व धर्म समान है और धर्मो को क्यों नहीं बुलाते ?
भारत में जैन,सिख,बोध धर्म भी है उनको क्यों नहीं बुलाते ?

सन 14 के बाद क्यों याद आई इफ्तार पार्टी बुलाना ?
चूकी महागठबंधन बुलाना था और मोदी को है हटाना

केवल वोट बैंक के लिये हो रहा है ये सारा तमाशा
सारे नेता हो रहे है इकठ्ठे,चूकी विपक्ष है अब हताशा 

ये भी अजीब तमाशा है,बिना रोजे के रोजा खोल रहे
रोजा खोलने के समय तक ही ये टोपी को पहन रहे

अंदर कुछ है बाहर कुछ है,केवल वोटर को फुसलाना है
इफ्तार पार्टी देना तो केवल महागठबंधन को बुलाना है

Previous article“जीवात्मा के बाहर भीतर व्यापक परमात्मा को जानना मनुष्य का मुख्य कर्तव्य”
Next articleभय्यू महाराज: मध्यान्ह में सूर्यास्त
आर के रस्तोगी
जन्म हिंडन नदी के किनारे बसे ग्राम सुराना जो कि गाज़ियाबाद जिले में है एक वैश्य परिवार में हुआ | इनकी शुरू की शिक्षा तीसरी कक्षा तक गोंव में हुई | बाद में डैकेती पड़ने के कारण इनका सारा परिवार मेरठ में आ गया वही पर इनकी शिक्षा पूरी हुई |प्रारम्भ से ही श्री रस्तोगी जी पढने लिखने में काफी होशियार ओर होनहार छात्र रहे और काव्य रचना करते रहे |आप डबल पोस्ट ग्रेजुएट (अर्थशास्त्र व कामर्स) में है तथा सी ए आई आई बी भी है जो बैंकिंग क्षेत्र में सबसे उच्चतम डिग्री है | हिंदी में विशेष रूचि रखते है ओर पिछले तीस वर्षो से लिख रहे है | ये व्यंगात्मक शैली में देश की परीस्थितियो पर कभी भी लिखने से नहीं चूकते | ये लन्दन भी रहे और वहाँ पर भी बैंको से सम्बंधित लेख लिखते रहे थे| आप भारतीय स्टेट बैंक से मुख्य प्रबन्धक पद से रिटायर हुए है | बैंक में भी हाउस मैगजीन के सम्पादक रहे और बैंक की बुक ऑफ़ इंस्ट्रक्शन का हिंदी में अनुवाद किया जो एक कठिन कार्य था| संपर्क : 9971006425

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here