हमारे बढ़ते वाहन की दौड़ भी पर्यावरण की मौत का एक कारक - प्रवक्ता.कॉम - Pravakta.Com
मनोज श्रीवास्तव ''मौन'' पृथ्वी पर विकास मानव की आवश्यकताओं को कितना भी पूरा करे मानव को कम ही प्रतीत होता है। सुख-सुविधाओं को प्राप्त करने की कोई सीमा नहीं होती है। परिवार की सुख सुविधाओं में बढ़ती हुई आवश्यकताएं बहुत बड़ी भूमिका निभाती है। इसलिए मानव को इसमें आवागमन के…