पिंजरे में कैद सोने की चिड़िया : बौद्धिक आतंकवाद - प्रवक्ता.कॉम - Pravakta.Com
आजादी के 69 साल बाद भी हमारे देश का नागरिक आजाद नहीं है।देश आजाद हो गया लेकिन देशवासी अभी भी बेड़ियों के बन्धन में बन्धे हैं,ये बेड़ियाँ हैं अज्ञानता की,जातिवाद की,धर्म की,आरक्षण की,गरीबी की,सहनशीलता की,मिथ्या अवधारणाओं की आदि आदि। किसी भी देश की आजादी तब तक अधूरी होती है…