pravakta.com
सूचनाएं आ रही हैं हमें आईना दिखाने - प्रवक्‍ता.कॉम - Pravakta.Com
खबरें रोकी नहीं जा सकतीं क्योंकि उन्होंने अपनी आजादी के रास्ते तलाश लिए हैं - संजय द्विवेदी सूचनाएं अब मुक्त हैं। वे उड़ रही हैं इंटरनेट के पंखों। कई बार वे असंपादित भी हैं, पाठकों को आजादी है कि वे सूचनाएं लेकर उसका संपादित पाठ स्वयं पढ़ें। सूचना की यह…