एकात्म मानववाद दर्शन में विश्व समस्याओं के समाधान निहित: राजेन्द्र

नई दिल्ली, 24 सितम्बर 2021राष्ट्रीय विचारों, भारतीय संस्कृति और संस्कारों को समाज तक पहुंचाने के लिए विद्या भारती दिल्ली ने वैचारिक योद्धा तैयार करने की आवश्यकता व्यक्त की। नेहरू नगर स्थित गोवर्धन लाल त्रेहन सरस्वती बाल मंदिर विद्यालय में आज अखिल भारतीय विद्या भारती की दिल्ली प्रचार विभाग की कार्यशाला में लगभग 40 विद्यालयों के प्रचार प्रमुखों की कार्यशाला को सम्बोधित करते हुए उत्तर क्षेत्र के प्रचार प्रमुख श्री राजेन्द्रजी ने कहा कि अच्छे कार्य करने के साथ-साथ प्रचार-प्रसार भी महत्वपूर्ण है। विद्या भारती संस्कार और मूल्यों की शिक्षा देने का सशक्त माध्यम है। भावी विश्व का भविष्य भारत की इसी शिक्षा पद्धति में निहित है।श्री राजेन्द्रजी ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय के जन्मदिवस के संदर्भ में उनके एकात्म मानववाद की चर्चा करते हुए कहा कि एकात्म मानववाद एक ऐसा दर्शन एवं विचार है जिसमें विश्व की समस्त समस्याओं का समाधान निहित है। विद्या भारती की शिक्षा का उद्देश्य केवल अर्थोपार्जन न होकर अच्छे मनुष्यों का निर्माण करना है।दिल्ली प्रांत के प्रचार प्रमुख श्री अरुण कृष्ण शर्मा ने विद्या भारती दिल्ली के प्रचार विभाग की विभिन्न गतिविधियों से सभी को परिचित करवाया। प्रांत प्रचार विभाग के संरक्षक श्री सतीश शर्मा ने अपने विद्यालयों में चल रहे संस्कार तथा राष्ट्रप्रेम से ओतप्रोत शैक्षणिक गतिविधियों से सबका परिचय कराने पर बल दिया। प्रिंट मीडिया प्रमुख श्री ललित गर्ग ने समाचार लेखन की कला पर विस्तृत प्रकाश डाला और कहा कि समाचार वही प्रभावी है जिसमें संक्षिप्तता हो, तथ्यपरकता हो, रोचकता हो, तात्कालिकता हो। श्री गर्ग ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय को व्यक्तिक्रांति के साथ-साथ समाज और विचार क्रांति का पुरोधा बताया। सोशल मीडिया के प्रमुख श्री राजेश गर्ग ने सोशल मीडिया की बारीकियों के बारे में बताया। उन्होंने व्हाट्सएप, इंस्टाग्राम, फेसबुक, यूट्यूब, टिवट्र आदि साधनों के प्रभावी प्रयोग की जानकारी दी। तीन सत्रों में इस कार्यशाला का प्रारंभ दीप प्रज्ज्वलन तथा सरस्वती वंदना से हुआ तथा समापन राष्ट्रगीत से हुआ।

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