आईपीएल, मनोरंजन और भारतीय दर्शन - प्रवक्ता.कॉम - Pravakta.Com
आईपीएल की बोली लग चुकी है, खिलाडी बिक चुके है, बस अब खेल का बिकना बाकी है। मज़मा लग चुका हैै, खिलाडी मुजरा करने को तैयार है। बाज़ारीकरण के इस दौर में "आई-पिल" और "आईपीएल" दोनों का कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है क्योंकि दोनों ही कम समय में "सुरक्षित"…