pravakta.com
क्या मनुस्मृति इतिहास की कूड़ेदानी है - प्रवक्‍ता.कॉम - Pravakta.Com
---विनय कुमार विनायकदैनिक जागरण के 10 फरवरी 2001 ई.के संपादकीय पृष्ठमें छपे श्री ह्रदय नारायण दीक्षित के आलेख 'नए भारत कीसंरचना' को पढ़ा था। आलेख की भाषा शैली अच्छी थी किन्तुप्रस्तुति तथ्य छिपाऊं एवं अधूरी है। लेखक के कुछ विचारऐसे हैं जिससे सहमत नहीं हुआ जा सकता। खासकर मनुस्मृतिके संबंध…