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दादी को समझाओ जरा - प्रवक्‍ता.कॉम - Pravakta.Com
मुझे कहानी अच्छी लगती कविता मुझको बहुत सुहाती पर मम्मी की बात छोड़िये दादी भी कुछ नहीं सुनातीं पापा को आफिस दिखता है मम्मी किटी पार्टी जातीं दादी राम राम जपती हैं जब देखो जब भजन सुनातीं मुझको क्या अच्छा लगता है मम्मी कहां ध्यान देती हैं सुबह शाम जब…