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कहो कौन्तेय-६८
विपिन किशोर सिन्हा (अर्जुन द्वारा जयद्रथ-वध की प्रतिज्ञा) कर्ण और दुर्योधन ने उन्हें जी-भर प्रताड़ित किया। उनकी निष्ठा की खिल्लियां उड़ाईं। आचार्य का धैर्य टूट गया। उन्होंने वह कार्य किया जो एक गुरु से किसी भी परिस्थिति में अपेक्षित नहीं था। "पितामह भीष्म सच कहते थे - पुरुष अर्थ का…